कुंभ विवाह पूजा ( kumbh vivah puja ) बुकिंग करे। कुंभ विवाह पूजा का मुख्य उद्देश्य कन्या के विवाह में आ रही रुकावटों को समाप्त करना है। और विवाह के योग को शीघ्र और सफल बनाना है। विवाह के योग में आने वाली बाधाएं, जैसे कि विवाह में विलंब, अनचाहे ग्रह दोष या दो विवाह का योग, जीवन को मुश्किल बना सकते हैं। ऐसे में कुंभ विवाह पूजा ( kumbh vivah puja ) एक प्रभावशाली और प्राचीन उपाय है,

कन्या विवाह में आ रही बाधाओं का समाधान और शीघ्र विवाह कुंडली और ग्रहों के प्रभाव से जीवन के कई पहलू प्रभावित होते हैं, और जब विवाह की बात आती है, तो कई बार ग्रहों के दोष और नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को विवाह में कठिनाई होती है। कुंभ विवाह पूजा इन समस्याओं को समाप्त करने में मदद करता है और शीघ्र विवाह के मार्ग को प्रशस्त करता है।

कुंभ विवाह पूजा विधि ( kumbh vivah puja vidhi )

कुंभ: पूजा में एक विशेष मिट्टी के बर्तन (कुंभ) का उपयोग होता है, जिसमें पानी, चावल, तुलसी के पत्ते, और अन्य धार्मिक सामग्री रखी जाती है। इसे भगवान की पूजा के रूप में स्थापित किया जाता है।

व्रत और अनुष्ठान: यह पूजा आमतौर पर विशेष व्रत और अनुष्ठानों के साथ की जाती है, जिसमें मंत्रोच्चारण और सामूहिक पूजा शामिल होती है। इसे विशेष तिथियों जैसे कि अक्षय तृतीया, वट सावित्री, या अन्य शुभ अवसरों पर किया जाता है।

पूजा की तैयारी: कुम्भ विवाह पूजा के आयोजन के पहले, पूजा स्थल पर विशेष रूप से पवित्र सामग्री एकत्र की जाती है। इसमें चढ़ावा, फूल, आहुति देने के लिए लकड़ी, घी, और जल का संग्रह किया जाता है।

भगवान विष्णु का आह्वान: इस पूजा में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, क्योंकि उन्हें विवाह और समृद्धि के देवता माना जाता है। उनकी पूजा से विवाह में आ रही समस्याएँ समाप्त होती हैं जिसमें पीपल के वृक्ष के आसपास फेरे करवाए जाते हैं। और कन्या के जीवन में शुभ फल आते हैं।

कन्या का प्रतीकात्मक विवाह: इस पूजा में कन्या का भगवान विष्णु के साथ प्रतीकात्मक विवाह किया जाता है। यह किसी वास्तविक विवाह जैसा नहीं होता, लेकिन एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में कन्या के जीवन में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए किया जाता है।

हवन और मंत्रोच्चारण: इस पूजा में हवन और विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। इन मंत्रों के माध्यम से मंगल ग्रह की शांति की प्रार्थना की जाती है, जिससे विवाह के लिए शुभ ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आ रही बाधाओं का समाधान होता है। कन्या के लिए आशीर्वाद और समृद्धि: इस विवाह के माध्यम से कन्या को विशेष रूप से आशीर्वाद और समृद्धि प्राप्त होती है। इसे एक प्रकार का सांस्कृतिक रीति-रिवाज माना जाता है, जिसके माध्यम से कन्या के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है। यह कन्या के भविष्य को उज्जवल और सुखमय बनाने के लिए एक सकारात्मक पूजा है।

कुंभ विवाह पूजा लागत ( Kumbh vivah puja cost )

कुंभ विवाह पूजा का आयोजन विशेष दिन और शुभ मुहूर्त में किया जाता है। इस पूजा को विधि-विधान से संपन्न कराने के लिए पंडित जी से शुभ मुहूर्त और तारीख की जानकारी पहले प्राप्त करनी होती है। इसके बाद, उज्जैन जैसे धार्मिक स्थल पर आकर इस पूजन का आयोजन किया जा सकता है।

इस पूजा को विधिपूर्वक करने में लगभग ₹7500 का खर्च आता है, जिसमें सभी आवश्यक सामग्री, पंडित जी का शुल्क और पूजा से जुड़ी अन्य व्यवस्थाएं शामिल होती हैं। इस पूजा का उद्देश्य जीवन में सुख, समृद्धि और सही साथी की प्राप्ति है, जो जीवन को खुशहाल बनाता है।

कुंभ विवाह पूजा का महत्व और लाभ ( Importance and benefits of Kumbh vivah puja )

कुंभ विवाह पूजा ( kumbh vivah puja ) का महत्व खासतौर पर उन कन्याओं के लिए अत्यधिक है, जिनकी उम्र विवाह के लिए उपयुक्त हो चुकी हो, लेकिन उनके विवाह में किसी न किसी कारण से विलंब हो रहा हो। इस पूजा के माध्यम से न केवल विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी मिलता है।

यह पूजा कन्या को भाग्य का आशीर्वाद प्राप्त कराती है और उसके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करती है। कुंभ विवाह पूजा के अनुष्ठान से न केवल विवाह के मार्ग में आने वाली बाधाएं समाप्त होती हैं, बल्कि यह कन्या को जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का अहसास भी कराता है। इसके अतिरिक्त, यह पूजा उन व्यक्तियों के लिए भी लाभकारी हो सकती है,

जिनके जीवन में पहले किसी प्रकार का विवाह हो चुका हो, लेकिन उन विवाहों में कोई समस्या आई हो। उज्जैन मे कुंभ विवाह पूजा ( kumbh vivah puja ) के माध्यम से उन दोषों को भी समाप्त किया जा सकता है अधिक जानकारी के लिया आप हमसे व्हाट्सप्प चैट पर संपर्क कर सकते है। अन्य कोई पूजा की बुकिंग के लिए आप हमारी वेबसाइट Mangaldosh.in पर जा सकते हैं

मन शांति: यह व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करता है। 

धार्मिक आशीर्वाद: यह व्यक्ति को ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है। 

विवाह में बाधाओं का निवारण: यह विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करता है। 

शुभ फल: यह व्यक्ति को शुभ फल प्रदान करता है, जैसे कि सुखी वैवाहिक जीवन, संतान प्राप्ति आदि।

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